कोरोना वायरस के खिलाफ लड़ाई में Physical Distancing यानी शारीरिक दूरी सबसे बड़ा हथियार है। इसका पालन होगा तभी कोरोना बीमारी काबू में रहेगी। LockDown में कई स्थानों पर इस शर्त के साथ छूट दी गई कि Physical Distancing का पालन किया जाएगा। पुलिस और प्रशासन के लिए इसका पालन करवाना ही बड़ी मुश्किल का कारण बन रहा है। इस बीच ओडिशा के एक जिले के कलेक्टर ने इसका अनूठा उपाय निकाला। गंजाम जिले के जिलाधीश विजय अमृत कुलांगे ने लोगों से कहा कि वे लॉकडाउन में जरूरी चीजें लेंने बाहर निकलें तो छाता जरूर लगाएं। इससे शारीरिक दूरी का पालन अपने आप हो जाएगा।
थूकने पर भी सबसे पहले यही लगी थी पाबंदी
अमृत कुलांगे वही अधिकारीक हैं, जिन्होंने प्रदेश में सबसे पहले सार्वजनिक जगहों पर थूंकने पर पाबंदी लगाई थी। इसके बाद यह व्यवस्था पूरे प्रदेश में लागू की गई। जिले के प्रत्येक नागरिक के स्वास्थ्य जांच का फंडा यहीं से निकला जिसके देशभर में चर्चा हुई।
अब प्रवासी मजदूरों की चुनौती
ओडिशा सरकार ने देश के अन्य राज्यों से लाखों की संख्या में प्रवासी श्रमिकों को मंगा रही हैं। गंजाम जिले में आने के लिए 2 लाख लोगों ने अपने नाम का पंजीकरण कराया है। इन्हें 14 दिन तक क्वारेंटाइन में रहने की व्यवस्था भी कर ली गई है। इसमें से 217 प्रवासी श्रमिक तो गंजाम पहुंच भी चुके हैं, ऐसे में शारीरिक दूरी नियम को सख्ती से अनुपालन कराने के लिए जिलाधीश ने छाता लगाकर बाहर निकलने को निवेदन किया है। लोग अपने कलेक्टर का अनुरोध मान रहे हैं और इसका पालन भी कर रहे हैं।